
ब्रजेश वर्मा:–
दुमका:-
भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड की अपनी चुनावी राजनीति में अचानक से एक बड़ा बदलाव करते हुए दुमका लोकसभा सीट से पूर्व में घोषित उम्मीदवार सुनील सोरेन का टिकट काट कर उनकी जगह सीता सोरेन के नाम की घोषणा की है।
सीता सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन की पुत्रवधु हैं, जो महज एक सप्ताह पहले ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई थीं। वह दुमका के पास जामा विधानसभा से पिछले तीन टर्म से लगातार झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक रही हैं।
भाजपा ने चुनाव की घोषणा के साथ ही सुनील सोरेन के नाम की घोषणा कर दी थी, जिन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में दुमका सीट से शिबू सोरेन को पराजित कर दिया था। सुनील सोरेन अपने कार्यकर्ताओं के साथ चुनाव प्रचार में जुड़ भी चुके थे कि इसी बीच रविवार देर शाम पार्टी ने उनका टिकट काटकर सीता सोरेन के नाम की घोषणा कर दी।
सीता सोरेन का पूर्व में कभी भी भाजपा से कोई संबंध नही रहा है। वह अपने पति दुर्गा सोरेन के निधन के बाद राजनीति में आई थीं। दुर्गा सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा सुप्रीमो शिबू सोरेन के बड़े बेटे थे। सीता सोरेन की पिछले 14 वर्षों की राजनीति शिबू सोरेन की छात्रछाया में चल रही थी। पिछले सप्ताह अचानक से उन्होंने मुक्ति मोर्चा से अपना त्यागपत्र दिया और भाजपा में शामिल हो गईं।
यह सारा राजनीतिक उथल पुथल झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जमीन घोटाले में जेल जाने के बाद हुआ। हेमंत सोरेन भी शिबू सोरेन के पुत्र हैं।
इस बीच सुनील सोरेन ने पार्टी के इस मुहिम का स्वागत किया है। उनके टिकट के कट जाने पर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वे पार्टी के फैसले का स्वागत करते हैं।