रेखा शाह आरबी:-
(ऑल टाइम मूर्खता दिवस)
वैसे तो मूर्खता दिवस एक  अप्रैल को है । लेकिन होशियार इंसान हर दिन मूर्खता दिवस मनाते है। कभी अपनों को मूर्ख बनाकर तो कभी गैरों को मूर्ख बनाकर  मूर्खता दिवस मना ही लेते है ।  किसी न किसी को बेवकूफ बनाते रहते है। जब तक धरती पर मूर्ख प्राणी जिंदा है । तब तक होशियारों को भूखे मरने की जरूरत नहीं पड़ेगी  होशियार अपना पेट येन केन प्रकारेण भर लेता है । मुसीबत तो मूर्खों के लिए होती है । होशियार के लिए कोई मुसीबत नहीं होती है ।उसका जब मन करता है जैसे मन करता है वह मूर्ख की थाली में से निकाल कर आराम से खा लेता है ।और मूर्ख दिवस मनाता  है। एक अप्रैल तो मूर्खों का मूर्ख दिवस है । होशियारों का मूर्खता दिवस तो तीन सौ पैसढ़ दिन रहता है। इसीलिए यह कहावत कही गई है। कमाता है धोती वाला.. खाता है टोपी वाला ।
चतुरीलाल के साथ भी बिना मूर्खता दिवस के मूर्खता दिवस मना लिया गया और वह कुछ कर भी नहीं पाए । हुआ यूं की चतुरीलाल ने यूट्यूब पर एक वीडियो दिखा। वीडियो बनाने वाले ने इतने कॉन्फिडेंस के साथ अपनी प्रामाणिकता का दावा किया था की चतुरीलाल को भी सहज विश्वास हो गया। हर होशियार के पास झूठ बोलने का कॉन्फिडेंस हाई लेवल का होता है अतः उसके विश्वास पर विश्वास करना ही पड़ा।
वह वीडियो में बता रहा था कि आप चाहे तो आपके बजट से हफ्ते के  ₹200 आसानी से बच सकते हैं । जो आप मच्छरों से बचाव के लिए प्रोडक्ट खरीद कर लाते हैं। मैं अपने वीडियो में आपको एक घरेलु उपाय बताता हूं जिससे आपके घर में एक मच्छर क्या मच्छर का बच्चा भी नहीं रहेगा । अंधे को क्या चाहिए दो आंखें हफ्ते के बजट से ₹200 बचाना बहुत बड़ी बात थी । अतः वीडियो देखते हुए ही चतुरीलाल ने भी अपने मुंडी को जल्दी-जल्दी हिलाया हां हां मुझे भी यह करना है। ऐसा लगता था मानो वीडियो बनाने वाला उनको ऐसे सिर हिलाते हुए देखकर समझ गया होगा ।लेकिन यह खुशी के मारे अतिरेक व्यवहार था। भला देखना कहां संभव था। लेकिन इंसान को खुशी में कहां कुछ दिखता है।
उसने   बताया कि वीडियो शुरू करने से पहले आप मेरे चैनल को सब्सक्राइब लाइक कमेंट और शेयर कर दीजिए। चतुरीलाल ने जल्दी-जल्दी लाइक कमेंट शेयर सारे कर दिए। वीडियो में आगे था। यदि आप भी कछुआ अलाउड और मार्टिन का खर्च बचाना चाहते हैं तो आप इस वीडियो को शुरू से अंत तक देखें ।और आपको ऐसा उपाय बताया जाएगा कि मच्छर मारने और भगाने का उपाय आप घर में ही कर लेंगे। वह भी बिना एक पैसा खर्च किए हुए। सबसे पहले आप अपने किचन से जाकर एक प्याज लाइए और उसको  चाकू से खोखला कर लीजिए और उसमें तेल भरकर एक बाती लगा दीजिए। और उसे जला दीजिए ।आधे घंटे के अंदर आपके पूरे घर में दिए से निकलती खुशबू फैल जाएगी और सारे मच्छरों का पूरी तरह सफाया कर देगी। और उसके बाद आप और आपका पूरा परिवार चैन की नींद सोएगा।
चतुरीलाल दौड़कर किचन में गए प्याज लाये। और उसके अंदर खोखला करके वीडियो में बताएं अनुसार सरसों तेल डालकर रुई की बाती डाल दिए । और उसे जला दिया । और उसके आगे बैठकर मच्छरो के मरने का इंतजार करने लगे । घड़ी की सुईया आगे बढ़ती जा रही थी बढ़ती जा रही थी। लेकिन एक भी मच्छर उनके आसपास मरकर नहीं गिरा। भरोसे के शिखर से सच्चाई के धरातल पर आकर धड़ाम से गिरे। मच्छर  लगता था और दुगनी रफ़्तार से काट रहे थे ।और चतुरी लाल उन मच्छरों के मरने के इंतजार में अपने आप को मच्छर रूपी पिचाशो से अपने आप को कटवा रहे थे।
धीरे धीरे कर कर आधा घंटा, एक घंटा ,दो घंटा निकल गया ,उसके बाद चतुरी लाल का सब्र जवाब दे गया।  वह समझ गए की लाइक कमेंट शेयर के चक्कर में उनको  मूर्ख बनाया गया है। क्योंकि उस पोस्ट पर उनके अलावा और भी डेढ़ लाख लोग थे। जरूर उन्होंने भी यह प्रयोग किए होंगे । और लाइक कमेंट शेयर किया होगा। लोगों का भला हुआ या नहीं हुआ लेकिन वीडियो बनाने वाले का तो भला जरूर हो गया ।और भले के साथ-साथ उसका काम भी चल निकला चतुरी लाल समझ गए कि उनके साथ बिना मूर्खता दिवस के मूर्खता दिवस मनाया गया है। ज्यादा रोने पीटने से कोई फायदा नहीं है घर का ही समान था ऐसा कह कर अपने आप को दिलासा दे दिए।

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By lamppost

Dr. Brajesh Verma was born on February 26, 1958, in the Bhagalpur district of Bihar. He has been in the field of journalism since 1987. He has worked as a sub-editor in a Hindi daily, Navbharat Times, and as a senior reporter in Hindustan Times, Patna and Ranchi respectively. Dr. Verma has authored several books including Hindustan Times Ke Saath Mere Din, Pratham Bihari: Deep Narayan Singh (1875–1935), Rashtrawadi Musalman (1885–1934), Muslim Siyaasat, Rajmahal and novels like Humsaya, Bihar – 1911, Rajyashri, Nadira Begum – 1777, Sarkar Babu, Chandana, Gulrukh Begum – 1661, The Second Line of Defence and Bandh Gali.